कोलकाता: लघु ऋण उद्योग दो दशकों से अधिक समय से समाज के सबसे गरीब वर्ग के जीवन-स्तर को तेजी से सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देश के गरीब महिलाओं को रोजगार सृजन के लिए गैर-संपार्श्विक (नॉन-कोलैटरल) ऋण मुहैया कर उनके सबसे कठिन समय में, विलेज फाइनेंसियल सर्विसेस (वीएफएस) और बंधन जैसी संस्थाओं ने मदद का हाथ बढ़ाया है।
ऋण मुहैया करने के अलावा, ये संस्थाए समाज के समग्र…